MUTUAL FUNDS क्या होता है। और इससे पैसा कैसे कमाया जाता है।

महीने का सैलरी आने के बाद कई लोग अपने पैसे को बैंक में जमा कर देते हैं। जिसमें से कुछ पैसा बैंक से निकाल कर किसी दूसरे कामों में खर्च कर देते हैं 

जैसे कोई अपने पैसे को सेविंग अकाउंट में ही छोड़ देते हैं। और कुछ लोग अपने पैसे को फिक्स डिपाजिट करा लेते हैं। जिससे उनका पैसा ठीक हो जाता है। और बाद में एक अच्छा रकम मिलता है। और कुछ लोग अपने पैसे को निकाल कर घर जमीन और  प्रॉपर्टी खरीद लेते हैं जिससे उनका पैसा का कीमत निकल जाता है। 

बहुत लोग ऐसे हैं जो अपने पैसे को बैंक के अकाउंट में ही छोड़ देते हैं। और सोचते हैं। हमारा पैसा तेजी से बढ़ रहा है। लेकिन  थोड़ा सा आप सोचिए अगर आपने उस पैसे को बैंक अकाउंट में छोड़ दिया। 

तो उसका वैल्यू कम होते रहता है। क्योंकि बैंक उस पैसे का इंटरेस्ट आपको बहुत कुछ परसेंट देता है। और इस तेजी से बढ़ते हुए  महंगाई को देखते हुए आपका पैसा  का वैल्यू कम हो जाता है। 



 INVESTMENT कैसे करे। 

हमारे देश में मुख्य चार जगह है जहां पर लोग अपने फेसबुक में इन्वेस्ट करते हैं। 

1. SAVING ACCOUNTS :- यह कॉमेंट जगह बन गया है जहां पर अब हम लोग पैसा को बचत करते हैं। उसके बदले में बाद में उनको कुछ परसेंटेज के हिसाब से एड्रेस दे दिया जाता है। 

आजकल सेविंग बैंक अकाउंट सभी के पास हो गया है जिससे उनको इन्वेस्टमेंट करने में आसानी होती है। 

2. FIXED DEPOSITE :- फिक्स डिपाजिट में भी लोग अपने पैसे को फिक्स करवा देते हैं उसमें आपके द्वारा दिया गया हुआ पैसा कुछ समय के लिए फिक्स हो जाता है। उसके बदले में आपको कुछ परसेंटेज के हिसाब से दे दिया जाता है। 

फिक्स डिपाजिट कराने के लिए आप किसी भी बैंक  या L.I.C जगह स्थानों पर जाकर फिर करा सकते हैं। 

3. GOLD & JEWELLARY :- यहां पर लोग अपने पैसे से सोना और चांदी उसके बदले में पैसे दे दिया जाता है 
GOLD & JEWELLARY आज के समय में बहुत कम हुई लोग ऐसा कर रहे हैं। क्योंकि अब बहुत सारे ऑप्शन हमको मिल गया है अपने पैसों को  इन्वेस्टमेंट करने के लिए। 

4. REAL STATE :- यहां पर लोग अपने पैसों को किसी बड़ा बिल्डिंग या फिर जमीन खरीद लेते हैं उसके बाद  खरीदी में जमीन को बाद में अच्छे दाम मिलने पर  बेच देते हैं। जिससे उनको काफी मुनाफा हो जाता है। 

5. STOCK MARKET :- इसमें बहुत कम ही लोग हैं जो स्टॉक मार्केट में खर्च करना चाहते हैं क्योंकि इसमें मुनाफा भी उतना ही मिलता है। 

जितना स्टॉक मार्केट का प्राइस होता है। लेकिन कई बार मुनाफा के चक्कर में लोगों को अपने जमा किए हुए राशि से भी हाथ धोना पड़ता है। इसीलिए  इसमें बहुत अधिक होता है। 

किसी भी इन्वेस्टमेंट में 3 तरीके होती है

1. RETURN :-  मान लो आपने ₹100 किसी कंपनी में  10 साल  के लिए  इन्वेस्टमेंट किया है अगर  अगर आपको 10 साल बाद उस कंपनी से लगभग ₹1000 नहीं आता है तो आपको घाटा हो सकता है इसीलिए रिटर्न बहुत ज्यादा मायने रखता है। 

2 RISK :- बड़ी लेवल पर इन्वेस्टमेंट करने के लिए जितना आपको रिटर्न मिलता है उतना से ज्यादा आपको हिट्स भी होता है। 

जब भी आप स्टॉक मार्केट या शेयर बाजार  मैं पैसा इन्वेस्ट करते हैं। तो आपको पैसा डबल हो सकता है लेकिन
आपको कभी कभी जमा हुआ राशि भी नहीं मिल सकता है। 

3. TIME :-  किसी चीज में इन्वेस्टमेंट करने के बाद आपको पैसा समय पर मिलना चाहिए। क्योंकि ऐसा समय पर मिलने से आपको हर काम हो जाता है इसीलिए समय भी बहुत बड़ा मायने रखता है। 

MUTUAL FUNDS क्या होता है। 

MUTUAL FUNDS स्पेशल  इन्वेस्टमेंट होता है जहां पर आप सारे इन्वेस्टमेंट को एक साथ ही कर सकते हो।
ASSET MANAGEMENT COMPANY एक कंपनी होती है जो म्यूच्यूअल फंड खोलती है। 

यहां पर आप लोग जैसे लोग अपने पैसों को ASSET MANAGEMENT COMPANY कंपनियों को देती है। 
ASSET MANAGEMENT COMPANY उस पैसे को एक्सपर्ट की राय लेकर सारा पैसा अलग अलग जगह इन्वेस्टमेंट कर देती है। 

और सारा इन्वेस्टमेंट रिटर्न रेट मिलता है। उसका कुछ परसेंट कंपनी रख लेती। और बाकी परसेंट लोगों को बीच बांट देती है। इसी को MUTUAL FUNDS कहा जाता है। 

TYPES OF MUTUAL FUNDS

म्यूच्यूअल फंड  को मुख्य तीन कैटेगरी में बांटा गया है। 
1. EQUITY
2. DEBT
3. HYBRID

TYPES OF EQUITY को मुख्य कैटेगरी में बांटा गया है। 

1. EQUITY :- EQUITY MUTUAL FUNDS  वह होते हैं जिसमें आपका पैसा  स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट किया जाता है। स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट करने से आपको ज्यादा से ज्यादा रिटर्न होम मिलता है। लेकिन इसमें ज्यादा से ज्यादा अधिक भी होता है। 

2. DIVERSIFIED MUTUAL FUNDS :- इसमें बड़े-बड़े कंपनी कोई भी इन्वेस्टमेंट को थोड़ा-थोड़ा करके  दूसरी कंपनियों के साथ कहीं वेट करती है। जिससे उनका रिक्स ज्यादा नहीं रहता है और रिटर्न भी काफी अच्छा मिल जाता है। 

3. EQUITY LINKED SAVING SCHEME :- यह  ऐसा फंड  होता है जिसमें आप अपना टैक्स बचा सकते हैं 
इसमें  मैनेजर वैसे जगह पैसा इन्वेस्ट करता है। जहां पर उनको हायर रिटर्न भी मिले और HIGHER RISK भी मिलता है। इसमें एक साल के अंदर 11% RETURN EXCEPT कर सकते हो। 

4. SECTOR MUTUAL FUNDS :- इसमें कंपनियां एक बड़े से सेक्टर में पैसे को इन्वेस्ट करती है जैसे एग्रीकल्चर हो गया ट्रांसपोर्टेशन और भी बड़े इंटरेस्टिंग में पैसा कंपनियों के द्वारा इन्वेस्टमेंट किया जाता है। 

इस सेक्टर में आपको ज्यादा रिक्स होती है क्योंकि उस सेक्टर को कोई नहीं जानता है कि वह गिर रहा है  या बढ़ रहा है। 

DEBT MUTUAL FUNDS :- DEBT INSTRUMENTS एक ऐसा इंस्ट्रूमेंट होता है जिसमें आपको DEBT मैं पैसे को इन्वेस्टमेंट किया जाता है। DEBT INSTRUMENTS का मतलब होता है। BONDS, CERTIFICATE OF DEPOSITE ETC.

DEBT MUTUAL FUNDS में LOW RETURN AND LOW RISK होता है। 

1. WHAT IS BONDS ?
BONDS  एक लोन की तरह होता है जिसमें सरकार लोगों से  कुछ रुपए लोन लेती है। और उसके बदले में कुछ समय बाद एक बढ़िया रकम रिटर्न कर देती है। आप भी अपने पैसे सरकार को दे सकते हैं उसके बाद आपको  बाद में इंटरेस्ट के साथ सरकार लौटा देता है। 


TYPES OF DEBT  को मुख्य कैटेगरी में बांटा गया है।

1. LIQUID FUNDS :- LIQUID FUNDS एक प्रकार का MUTUAL FUNDS होता है। जिसमें आप अपने पैसे को जल्द से जल्द केस में कन्वर्ट कराया जा सकता है। 
LIQUID MUTUAL FUNDS में VERY VERY LOW LOW RISK होता है। 

2. GILTS FUNDS :- GILTS FUNDS MUTUAL FUNDS होता है। इसमें आपको पैसे सरकार इन्वेस्ट  करती है इसमें बहुत कमी मात्रा में रिक्स होता है। 

क्योंकि आपके पैसे को सरकार इन्वेस्टमेंट कर रही है तो वह बाहर नापोलिटन जरूर मिलेगी थोड़ा बहुत दिक्कत हो सकता है सरकार  इंटरेस्ट ऊपर नीचे कर सकती है। 

3. FIXED MATURITY PLAN :- FIXED MATURITY PLAN एक FIXED DEPOSITE ALTERNATIVE होता है। जिस प्रकार से फीस डिपॉजिट में कोई जीत नहीं होता है ठीक उसी प्रकार यहां पर भी कोई नहीं होता है। इसमें एक स्पेसिफिक समय के लिए पैसों को इन्वेस्ट किया जाता है। 
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